गुणवान अमय वाघ जो ज़ी मराठी के दिल दोस्ती दुनियादारी से एक घरेलू नाम कैवल्य करखानिस बन गए है, अब मराठी वेब स्पेस पर राज कर रहे है।
अपने प्रसिद्ध वेब शो कास्टिंग काउच विथ अमय एंड निपुण, अमय लगातार कई नई शिलियो और प्लेटफॉर्म में प्रसिद्ध हो रही हैं।
आई डब्ल्यू एम बज.कॉम के साथ उन्होंने अपने शो, डिजिटल प्लेटफॉर्म और कई और बातें की।
हमे भादीपा के कंटेंट के बारे में कुछ बताइए…
भादीपा कास्टिंग काउच के साथ ही शुरू हुआ था पर अब काफी आगे बढ़ गया है। अब वो अलग अलग प्रारूप के साथ आ गए है जैसे कल्पना(फिक्शन), नोन फिक्शन और स्टैंड अप कॉमेडी। इंडियन टेलीविजन यूथ को बोहोत कम कुछ देता है और यही होता है मराठी टीवी के साथ। भादीपा मराठी में है, कई दर्शक इसी की ओर जा रहे है।भादीपा पौला मैकग्लिं, अनुषा नंदकुमार, और सारंग सठाए की दिमाग की उपज है। में कास्टिंग काउच शो का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हूं।
कास्टिंग काउच मराठी मनोरंजन क्षेत्र में काफी प्रसिद्ध हो गई है। इसकी शुरुआत कैसे हुई और आप इसका हिस्सा कैसे बने?
निपुण धर्माधिकारी, सारंग साठे और में कॉलेज के समय से दोस्त है। सारंग एक लेखक भी है। हम १४-१५ से दोस्त है। हमने हमेशा से साथ आकर थियेटर के बाहर कुछ करने का सोचा था। हम ये पीछे कुछ सालों से कर रहे है।ये एक स्क्रिप्टेड शो है लेकिन ये नॉन स्क्रिप्टेड की तरह दर्शाया जाता है।निपुण और में शो में हमारा ही किरदार निभाते है।निपुण और ये मस्ती कॉलेज के दिनों में भी होती थी। हमारे कॉलेज में हमसे बड़ी लड़कियां थी उनके साथ मस्ती करते थे हम। और सबको पता था कि ये सब एक मजाक है। सारंग को तभी ये विचार आया कि हमे शो करना चाहिए, कास्टिंग काउच। निपुण और मेरा किरदार ये है कि हमारे पास कोई नौकरी नहीं हा और हम उसके लिए मेहनत कर रहे है, लेकिन असल जीवन में हमारे पास बोहोत काम है। शो का पूरा आधार केवल मस्ती है। ये टीवी पर नहीं मिलता है।
आपके निपुण के साथ कैसे रिश्ते है ?
साथ में काम करते वक़्त हमारे बीच कुछ अलग नहीं है। हमे साथ में खूब आनंद आता है और हम बोहोत मस्ती करते है और हमारा एक दूसरे के साथ समय काफी मनोरंजक होता है वो तो एपिसोड में दिख जाता है। हम साथ काम करने में बोहोत खुश है। हमारा ताल मेल काफी अच्छा है क्योंकि हम एक दूसरे को कॉलेज के समय एस जानते है। ये ताल मेल शो के लिए काम आता है।
कास्टिंग काउच का अभी तक का सबसे अच्छा एपिसोड कौनसा था?
हमने हालही में म्यूजिक डायरेक्टर अजय अतुल के साथ शूट किया वो काफी अच्छा एपिसोड था। इससे पूर्व हमने रीमा लागू मैडम के साथ काम किय था जो नहीं रही। वो एपिसोड भी काफी अच्छा था। ये शो एक कॉमेडी सीरीज है जिसे गंभीरता से किया जाता है। जो दर्शक मेरी शो कास्टिंग काउच देखते है वो मेरा नाटक, फिल्म भी देखने जाते है, तो हर प्लेटफॉर्म पर फैन होना अच्छी बात है।
मराठी डिजिटल मार्केट के बारे में आपका क्या ख्याल है ?
मुझे लगता है ये अच्छा है कि छोटे शहर से बोहोत कुछ कंटेंट आता है। हमारा एक यूटयूब चैनल है, खास र टीवी और गवकादच्या गोष्ठी जो छोटे शहरों की विशेषताओं को दिखाती है और कई अच्छी चीज़े दिखाते है जिससे दर्शक जोड़ सके। में आने वाले ४-५ सालो में एसे कुछ कंटेंट देख रहा हूं। अब बड़ी प्रोडक्शन्स कंपनियां भी वेब स्पेस में आ रही है। ये संबंधित और यूथ के लिए कुछ होना चाहिए।
क्या आपको लगता है वेब टीवी की जगह ले रहा है?
हा वेब टीवी की जगह ले रहा है। क्योंकि लोग टीवी के सीरियल अब ऐप पर देखते है। तोह आने वाले सालों में टीवी और वेब के बीच का ये फासला हट जाएगा।
आप एपिसोड में वन लाइनर्स को कैसे और सुधारते है ?
वन लाइनर्स तुरंत उसी समय आते है।उसके पीछे कोई तकनीक नहीं है वो बस हमारे ताल मेल से आती है। हम स्क्रिप्ट पालन करते है। हमारे शो के मेहमानों को अच्छे से पता होता है कि हम उनसे क्या सवाल करने वाले है, लेकिन हमें उनके जवाब नहीं पता होते है। जब हम उनकी जवाब पर प्रतिक्रिया करते है तब ही हम अपने आपको और सुधारते है।सब कुछ ऑर्गेनिक है।
आप किसे अपने प्रेरणा मानते है ?
मेरे जीवन में एसे कई लोग है जिन्हे में अपनी प्रेरणा मानता हूं। और मेरा मानना है कि मेरे अगल बगल के लोग मुझे काफी प्रेरित करते है।पुणे में मेरी एक थियेटर ग्रुप है नाटक कम्पनी वो मुझे प्रेरित करती है।हम रोज नए लोगो से मिलते है तो किसी एक। कनाम लेना मुशिल है जिससे मुझे प्रेरणा मिलती हो। अपने जीवन के हर मोकाम पर हम अलग अलग लोगो से मिलते है और वो हमारी प्रेरणा बनते है।
आपने अपने सफ़र में कौनसी चुनौतियों का सामना किया है?
चुनौतियों कभी खत्म नहीं होती है, वो एक के बाद एक आती ही रहती है। अभी मुझे लगता है में काफी खुश हूं।आज से २ साल पहले में इतना प्रसिद्ध नहीं था। में काम की तलाश में था। सिर्फ टीवी के प्रस्ताव थे मेरे पास।अब पिछले २ वर्ष से मुझे टीवी सीरीज, फिल्म्स और कास्टिंग काउच मिला है। काम बोहोत होते है लेकिन मुझे सही की तलाश होती है।मुझे आने वाले वर्षों में अपना और बेहतर देना है।