Yeh Rishta Kya Kehlata Hai: एपिसोड की शुरुआत में हमने देखा कि, अक्षरा उसके अंदर आशा बनाए रखने के लिए भगवान को धन्यवाद देती है। अक्षरा अभिमन्यु से कहती है कि वह अस्पताल में है इसलिए उसे चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि उसका पहला प्यार उसका इंतजार कर रहा है। इस पर अभिमन्यु अक्षरा से कहता है कि वह अपने पहले प्यार को बहुत जल्द देखना चाहता है। अक्षरा अभिमन्यु को एक ब्रेसलेट देती है। अभिमन्यु ब्रेसलेट के बारे में अक्षरा से सवाल करता है। अक्षरा कहती है कि यह ब्रेसलेट इस बात का सबूत है कि हम अपने मकसद में बहुत जल्द कामयाब हो जाएंगे। अक्षरा अभिमन्यु का हाथ पकड़ती है। अभिमन्यु अक्षरा से कहता है कि दवाइयों के कारण उसे काफी थकान महसूस हो रही है। अभिमन्यु अक्षरा से कहता है कि उसे मंजरी के पास जाना चाहिए और उन दोनों को मिलकर भगवान से धन्यवाद कहना चाहिए क्योंकि उन्होंने अभिमन्यु को सही सलामत घर पहुंचा दिया। अक्षरा अभिमन्यु को सूचित करती है कि उसकी जान आरोही ने बचाई है। यह सुनकर अभिमन्यु हैरान हो जाता है। अक्षरा कहती है कि वह आरोही की कर्जदार रहेगी।
आगे, नील आरोही को धन्यवाद देता है। अक्षरा के वहां आने पर हर कोई अभिमन्यु के बारे में पूछता है। अक्षरा सभी को बताती है कि अभिमन्यु आराम कर रहा है। अभिमन्यु की जान बचाने के लिए अक्षरा आरोही को धन्यवाद कहती है। वह आरोही की तारीफ करती है कि कैसे उसने अभिमन्यु को बचाते वक्त अपनी लड़ाईयों को बीच में नहीं आने दिया। तभी आरोही अक्षरा से कहती है कि, भले ही वह हमेशा झगड़ा ही क्यों ना करते रहें। अक्षरा आरोही से कहती है कि भले ही वह कितना भी लड़े लेकिन उसे कभी आरोही की बात का बुरा नहीं लगता। वह कहती है उनके बीच हाल ही में जो लड़ाई हुई थी उसी के कारण अक्षरा को अपनी एक पहचान बनाने का प्रोत्साहन मिला था। अक्षरा यह भी कहती है कि जब वह मशहूर हो जाएगी, तब स्टेज पर जाकर वह आरोही को हमेशा शुक्रिया कहेगी। यह सुनकर पूरा गोयनका परिवार काफी खुश हो जाता है।
बाद में, रूद्र आरोही को फोन करता है। आरोही अक्षरा और अभिमन्यु को अलग करने का फैसला करती है क्योंकि उन दोनों ने उसका करियर बर्बाद किया है। आरोही के अनुसार, अभिमन्यु ने उसके आत्म-आश्वासन को कमजोर करने की कोशिश की, और परिणामस्वरूप, उसे माफ नहीं किया जाएगा। मंजरी अक्षरा से काफी प्रभावित होती है। मंजरी अक्षरा से पूछती है कि उसके अंदर इतनी आशा और विश्वास कहां से आता है। अभिमन्यु नीचे आता है। गोयनका और बिरला परिवार अभिमन्यु की हालत पर अफसोस करते हैं। तभी अक्षरा कहती है कि एक मरीज के लिए धर्म और दवाइयां दोनों ही असरदार होते हैं। अभिमन्यु हर्ष को देखता है, तभी आनंद कहता है कि दुर्घटना के बाद उसने हर्ष को फोन करके उससे बात की थी। अभिमन्यु कहता है कि हर्ष के यहां आकर सभी से मिलने से उसे कोई तकलीफ नहीं है। महिमा आगे आनंद के कवर-अप के बारे में पूछती है। वह चिढ़ जाती है क्योंकि उसे लगता है कि आनंद को उसे हर्ष के स्वास्थ्य के बारे में बताना चाहिए था।
आखिर में, अक्षरा ने अभिमन्यु को बचाने के लिए आरोही को धन्यवाद कहा। आरोही अभिमन्यु को बर्बाद करने की ठान लेती है। अक्षरा अभिमन्यु से खुद कप उठाकर कॉफी पीने के लिए कहती है लेकिन अभिमन्यु कप उठाने से हिचकीचाता है। अक्षरा अभिमन्यु को और अधिक आत्मविश्वास देने की कोशिश करती है। जब वह अक्षरा की अभिमन्यु के प्रति अटूट भक्ति को देखती है तो मंजरी भावुक हो जाती है। सुहासिनी ने गोयनका को बताया कि उसने पंडित जी से अभिमन्यु के सम्मान में पूजा करने का अनुरोध किया था। मनीष कहता है की अक्षरा सही कह रही थी ‘धर्म और दवा’ दोनों ही असरदार होती है। अखिलेश ने सबसे बड़े चिकित्सक से संपर्क करके अभिमन्यु की मदद करने का फैसला करता है। कैरव आरोही की तारीफ करता है। अभिमन्यु बाहर काम करता है। अक्षरा और अभिमन्यु एक दूसरे से बात करते हैं, और तभी अभिमन्यु कहता है कि उसे फिर से अस्पताल जाकर सर्जरी करनी है, यह सुनकर दोनों दुखी हो जाते हैं। तभी अक्षरा को मैनेजर का फोन आता है और वह उसे काट देती है।
पिक्चर क्रेडिट- हॉटस्टार