Listen to some of Shankar Mahadevan’s powerful and touching songs: शंकर-एहसान-लॉय भारतीय म्यूजिक इंडस्ट्री के सबसे बेहतरीन और प्रतिभाशाली संगीतकारों का एक समूह है। इन्हें भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में काफी पसंद किया जाता है। इस बैंड का दिल शंकर महादेवन की आवाज है, जिनकी वजह से यह बैंड धड़कता है। उन्होंने अब तक कई बेहतरीन और शानदार गाने गाए हैं जिसने लोगों के दिल छूने के साथ-साथ उनकी आत्मा को भी स्पर्श किया है। उनकी शानदार और भावना से भरपूर आवाज की है जिसने उन्हें म्यूजिक इंडस्ट्री का इतना प्रतिष्ठित और जाना माना चेहरा बना दिया है।
अगर आप ही शंकर महादेवन के फैन हैं तो उनके यह पांच दिल को छू लेने वाले गाने आपको अवश्य पसंद आएंगे। यह गाने भावना से भरपूर है और आपके दिल को छू लेंगे।
माँ – तारे ज़मीन पर (2007)
“माँ” यह शब्द सुनते ही कोई भी व्यक्ति भावुक हो सकता है और महादेवन ने अपने अंदर के बच्चे को बाहर निकालते हुए इस गीत में अपना दिल और आत्मा लगा दी। दर्शकों में बहुत सारे ऐसे लोग है जिन्होंने यह गाना सुनते ही अपनी मां को याद करके काफी आंसू बहाए हैं। प्रसून जोशी ने न केवल कुछ बेहतरीन गीत लिखे, बल्कि उन्होंने अब तक के सबसे बेहतरीन हिंदी फिल्म गीतों में से एक भी बनाया है।
कजरा रे – बंटी और बबली (2005)
यह गाना जब भी बचता है तो लोग नाचने पर मजबूर हो जाते हैं। उत्साह और उल्लास से भरा गाना जब रिलीज हुआ था तभी से इसे काफी सकारात्मक और अच्छी प्रतिक्रिया मिलने लगी थी। अलीशा चिनाई ने शानदार वापसी की, जबकि गायक महादेवन ने “कजरा रे” के साथ अपने ताज में एक और पंख जोड़ा। स्वाभाविक रूप से, हम सभी ने ऐश्वर्या राय को बहुत पसंद किया।
दिल चाहता है – दिल चाहता है (2001)
दिल चाहता है का साउंडट्रैक बिल्कुल किसी ताजी हवा की तरह था जो आते ही सुकून दे जाता है। फिल्म ने शंकर-एहसान-लॉय को उनके करियर को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में मदद की। महादेवन और क्लिंटन सेरेजो को शीर्षक धुन का श्रेय मिला, जो फिल्म के कई चार्ट-टॉपर्स में से एक थी। शुरुआती बीट्स को तुरंत पहचाना जा सकता है और युवाओं के लिए एक क्लासिक फिल्म की यादें ताजा कर दी जाती हैं।
आवे रे हिचकी – मिर्ज्या (2016)
फिल्म देखने में तो शानदार थी, लेकिन अफसोस इस ने बॉक्स ऑफिस पर कुछ अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था। लेकिन इस फिल्म के सभी गीत और इस फिल्म का संगीत काफी बेहतरीन और अलौकिक था। मिर्ज्या की रिलीज के साथ, शंकर-एहसान-लॉय ने अपने रूप को फिर से खोजा और ऐसे गाने दिए जो नई हवा की सांस थे। गाने का नाम भले ही हिचकी था लेकिन शंकर महादेवन की आवाज कानों में शहद घोल देती है।