Vintage Special: हम आप सभी के लिए लता मंगेशकर के पुराने गानों की सूची लेकर आए हैं, जिसे सुनते ही आपका दिन मंगलमय हो जाएंगा।

विंटेज स्पेशल: लता मंगेशकर के पुराने गाने जिसे सुनते ही आपका दिन बन जाएगा

Vintage Special: लता मंगेशकर एक प्रसिद्ध भारतीय गायिका हैं जिन्होंने अपने लंबे और सफल करियर में कई भाषाओं में हजारों गाने रिकॉर्ड किए हैं। उन्हें अक्सर “भारत की कोकिला” के रूप में जाना जाता है और उन्हें भारतीय सिनेमा के इतिहास में सबसे महान पार्श्व गायकों में से एक माना जाता है। यहां उनके पांच पुराने गाने हैं जो निश्चित रूप से आपका दिन बना देंगे:

1. ” तेरे बिना जिंदगी से ” – 1972 की फिल्म “आंधी” के इस गीत में लता मंगेशकर की भावपूर्ण आवाज है और इसे आरडी बर्मन ने संगीत दिया है। गुलज़ार द्वारा लिखे गए गीत, जुदाई के दर्द और किसी प्रियजन की लालसा को बयां करते हैं।

2. ” आजा रे परदेसी ” – 1957 की फिल्म “मधुमती” का यह प्रतिष्ठित गीत एक गायक के रूप में लता मंगेशकर की बहुमुखी प्रतिभा को दर्शाता है। सलिल चौधरी द्वारा संगीतबद्ध किया गया यह गीत एक तेज़-तर्रार, उत्साहित करने वाला नंबर है जो निश्चित रूप से आपका उत्साह बढ़ा देगा।

3. ” लग जा गले ” – 1964 की फिल्म “वो कौन थी?” का यह गाना एक बेहद खूबसूरत गाथागीत है जो लता मंगेशकर के भावपूर्ण गायन को प्रदर्शित करता है। मदन मोहन द्वारा संगीतबद्ध किया गया यह गीत एक क्लासिक प्रेम गीत है जो समय की कसौटी पर खरा उतरा है।

4. ” अजीब दास्तान है ये ” – 1968 की फिल्म “दिल अपना और प्रीत पराई” का यह गाना एक दिल दहला देने वाला गीत है जो प्यार और नुकसान के दर्द को दर्शाता है। शंकर जयकिशन द्वारा संगीत के लिए सेट किया गया गीत, लता मंगेशकर के शक्तिशाली स्वरों को पेश करता है और निश्चित रूप से आपके दिल की धड़कन को छूता है।

5. ” तुम आ गए हो ” – 1975 की फिल्म “आंधी” का यह गीत एक सुंदर, आत्मीय गीत है जो एक गायक के रूप में लता मंगेशकर की भावनात्मक सीमा को प्रदर्शित करता है। आरडी बर्मन द्वारा संगीतबद्ध किया गया यह गीत एक क्लासिक प्रेम गीत है जो वर्षों से प्रशंसकों का पसंदीदा बन गया है।

इन वर्षों में, लता मंगेशकर ने कई कालातीत हिट रिकॉर्ड किए हैं। उनकी सुंदर आवाज और भावपूर्ण गायन स्टाइल ने उन्हें भारतीय संगीत और सिनेमा की दुनिया में एक प्रिय व्यक्ति बना दिया है। चाहे आप लता मंगेशकर के लंबे समय से प्रशंसक हैं या पहली बार उनके संगीत की खोज कर रहे हैं, ये पांच पुराने गाने निश्चित रूप से आपका दिन बना देंगे।

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विशाल दुबे

पत्रकारिता की पढ़ाई में 3 साल यु गंवाया है, शब्दों से खेलने का हुनर हमने पाया है, जब- जब छिड़ी है जंग तब कलम ने बाजी मारी हैं, सालों के तर्जुबे के संग अब हमारी बारी है।

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