आपके कंप्लीट हेल्थ के लिए एक्सरसाइज और योगासन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। योगासन आपकी विभिन्न बीमारियों के लिए अच्छा है। योग व्यायाम का एक प्राचीन रूप है। यह साबित हो चुका है कि योग बालों के विकास, वजन बढ़ाने, वजन कम करने, हृदय स्वास्थ्य और कई अन्य समस्याओं के लिए आपकी मदद करता है। वजन बढ़ाने का आदर्श तरीका स्वस्थ और पोषक तत्वों से भरपूर डाइट और व्यायाम है। वजन बढ़ाने के लिए भी योग की अत्यधिक अनुशंसा की जाती है। यहां हम वजन बढ़ाने के लिए छह योगासन देखते हैं।
1. शवासन (Shavasana)
पैरों को मिलाकर पीठ के बल लेट जाएं। अपने हाथों को अपनी भुजाओं पर टिकाएं, हथेलियाँ सीधी खुली हों। अपनी आंखें बंद रखते हुए सांस लेने पर ध्यान केंद्रित करने का प्रयास करें। अपने शरीर को आराम देने की कोशिश करें और पूरे समय खुद को शांत रखें। 15 मिनट तक जारी रखें।
2. वज्रासन (Vajrasana)
यह कई स्वास्थ्य समस्याओं के साथ-साथ वजन बढ़ाने के लिए एक प्रभावी योगासन है, क्योंकि यह आसन रक्त परिसंचरण, भूख और पाचन में मदद करता है। फर्श पर पैरों को मोड़कर, पीठ को सीधा करके बैठें और आंखें बंद कर लें। हथेली को घुटनों पर रखकर धीरे-धीरे सांस लें और छोड़ें। इस स्थिति में अधिक समय तक रहने का प्रयास करें।
3. पवनमुक्तासन (Pavanamuktasana)
यह पाचन में सुधार और पाचन समस्या को ठीक करने के लिए प्रभावी व्यायाम है। अपनी पीठ के बल लेट जाएं और अपने पैरों को ठीक से फैलने दें। धीरे-धीरे अपने घुटनों को मोड़ें और उन्हें हाथ से पकड़ें। सांस अंदर लें और सांस छोड़ते हुए अपने घुटनों को अपनी छाती के पास खींचे।
4. मत्स्यासन (Matsyasana)
यह योगासन न्यूट्रीएंट्स तत्वों के अवशोषण के लिए अच्छा है और यह आपके पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद करता है। पैरों को मिलाकर पीठ के बल लेट जाएं, हाथों को नितंबों के नीचे लाएं। कोहनियों को फर्श पर दबाएं और अपनी रीढ़ को झुकाएं और अपने सिर को पीछे की ओर झुकाएं। कुछ सेकंड के लिए इस स्थिति में रहें, आप जितनी बार आवश्यकता हो उतनी बार भी दोहरा सकते हैं।
5. सर्वांगासन (Sarvangasana)
प्रवण स्थिति में लेटें, साँस छोड़ें और साँस लेते हुए अपने पैरों को ज़मीन से सीधा उठाएँ। कमर पर हाथ रखकर कमर को ऊपर उठाएं। लगभग एक मिनट तक इस स्थिति में रहें और सांस छोड़ते हुए वापस प्रारंभिक स्थिति में आ जाएं। यह योगासन थायराइड फंक्शन और मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करता है।
6. भुजंगासन (Bhujangasana)
पेट के बल लेटें, पैर एक साथ, एड़ी दूसरे के करीब। हथेलियों को अपने कंधे के नीचे रखें। सांस भरते हुए सिर को ऊपर की ओर देखने के लिए उठाएं, पकड़ें, सांस छोड़ें और वापस प्रारंभिक स्थिति में आ जाएं।